शासन ने मुकदमे की पैरवी के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर सिंह को विशेष अभियोजक नियुक्त किया
आजमगढ़ : पूर्व विधायक सीपू सिंह हत्या कांड को लेकर न्यायालय में चल रहे मुकदमें में पैरवी को लेकर शासन काफी सतर्क है। कोर्ट द्वारा पहले जहां गवाहों को सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्देश एसपी को दिया गया था तो वहीं शासन ने अब मुकदमे की पैरवी के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर सिंह को विशेष अभियोजक नियुक्त किया है। जुलाई 2013 में पूर्व विधायक सर्वेश कुमार सिंह की बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। घटना के समय पूर्व विधायक जीयनपुर कोतवाली पर किसी काम को निपटाने के बाद पैदल ही अपने जीयनपुर बाजार स्थित आवास पर आ रहे थे। इसी दौरान बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद जीयनपुर बाजार में बड़ा हंगामा हुआ था। पुलिस पब्लिक के बीच गुरिल्ला युद्ध हुआ था। जिसमें पुलिस की गोली से भी कई लोगों की मौत हुई थी। उस घटना में शतिर अपराधी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह मुख्य आरोपी है। मुकदमा सिविल कोर्ट में चल रहा है। इसमें एक पक्ष राज्य सरकार भी है। वहीं पूर्व विधायक के बड़े भाई संतोष सिंह टीपू स्वयं इस मुकदमें की पैरवी कर रहे है। अब राज्य सरकार की तरफ इस मुकदमें की मजबूत पैरवी के लिए वरिष्ठ वकील लालबहादुर सिंह को विशेष अभियोजक नियुक्त किया है। लाल बहादुर सिंह के नियुक्ति के बाबत विशेष सचिव उत्तर प्रदेश शासन न्याय अनुभाग-3 ने जिला प्रशासन को पत्र भेजा है। जिस पर जिलाधिकारी एन पी सिंह ने सीपू सिंह हत्याकांड में प्रभावी पैरवी/बहस के लिए विशेष अभियोजक के रुप में वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर सिंह की तैनाती का आदेश जारी कर दिया। इसके पूर्व इस हत्याकांड के मुख्य पैरोकार संतोष सिंह सीपू द्वारा सुरक्षा की गुहार लगाये जाने पर न्यायालय ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के लिए एसपी को निर्देश दिया था। जिस पर एसपी ने उन्हें एक दरोग व दो सिपाही की सुरक्षा मुहैया करायी है। संतोष सिंह जब मुकदमें की पैरवी करने आते है तब जीयनपुर कोतवाली के एक दरोगा व दो सिपाही उनके साथ न्यायालय तक आते है और फिर वापस घर तक छोड़ते है।
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