प्रदेश क्रिकेट संघ की उपेक्षा का शिकार हो जिले के तमाम प्रतिभावान खिलाड़ी अन्य राज्यों से शानदार खेल रहे हैं - एस के सत्येन
आजमगढ़ के सरफराज ने मुंबई से खेलते हुए तिहरा शतक लगा यू पी क्रिकट संघ को जोरदार तमाचा लगाया
आजमगढ़: पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी एवं पूर्व क्रिकेट संघ सचिव एसके सत्येन ने रोडवेज स्थित एक होटल में प्रेस प्रतिनिधियों से बात करते हुए कल मुंबई में आयोजित रणजी मुकाबले में यूपी के खिलाफ आजमगढ़ के सरफराज खान द्वारा मुंबई की तरफ से खेलते हुए अपने रणजी में पहले तिहरे शतक के बदौलत अपने गृह प्रदेश की टीम को पराजित किया। इस दौरान आईपीएल के पूर्व चेयरमैन और यूपीसीए के पूर्व पदाधिकारी राजीव शुक्ला भी वहां मौजूद थे। श्री सत्येन ने कहा की कुछ दिनों पूर्व मुंबई से खेलने के बाद जनपदवासियों की मांग पर जिले के निवासी होनहार आईपीएल खिलाडी सरफराज खान यूपी से खेलने आये लेकिन सरफराज यूपी क्रिकेट संघ की उपेक्षा के शिकार हुए और उन्होंने दोबारा मुंबई की तरफ से खेलते हुए यूपी क्रिकट एसोसिएशन को अपने खेल की बदौलत गहरा तमाचा लगया। एसके सत्येन ने कहा कि आजमगढ़ के सरफराज खान सहित प्रवीण दुबे, मृत्युन्जय यादव, अवनीश सिह, मुसीर खान आदि भी दूसरे राज्यों के तरफ से खेल रहे हैं जो कि यूपी खेल संघ के उपेक्षा का शिकार है। आज यूपी क्रिकेट संघ में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। जिनको क्रिकेट का ज्ञान नहीं वे जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक पदाधिकारी बने पड़े है। खेल चयन में व्यापक धांधली हो रही है। आजमगढ़ में पूर्व के कई खिलाड़ी भ्रष्टाचार के कारण गुनमानी व आर्थिक तंगी के शिकार है। जबकि उनका चयन यूपी की टीम में उस समय होना चाहिए था। जिनमें प्रमुख रूप से मुराद उस्मान, अनिल श्रीवास्तव, चंद्रकुमार सिंह, अरविंद श्रीवास्तव,राजीव सिंह, पंकज पांडेय, भुपेंद्र वीर सिंह, मुकेश यादव आदि शामिल है। उप्र की टीम में केवल गाजियाबाद, कानपुर व लखनऊ के ही खिलाड़ियों का चयन हो पाता है। 20 करोड़ वाला यूपी में केवल एक राष्ट्रीय टीम बनती है जबकि महाराष्ट्र में दो और गुजरात में तीन राष्ट्रीय टीमें खेल रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि उप्र किकेट संघ को भंग कर उसमें फैले भ्रष्टाचार को समाप्त करें।
Blogger Comment
Facebook Comment