निरिक्षण के दौरान मरीज के परिजन ने डीएम से की थी शिकायत, एडीएम की जांच में हुई पुष्टि
आजमगढ़ : पंडित राहुल सांकृत्यायन जिला महिला अस्पताल की चिकित्सिका आपरेशन से प्रसव कराने के नाम पर 5000 हजार वसूलने की दोषी पाई गईं हैं। तहबरपुर क्षेत्र खादारामपुर की आशा बहू सविता यादव आशा बहू ने तीमारदार से रुपये लेकर डाक्टर को दिए थे। उसने एडीएम की जांच में बयान देकर अपना गुनाह स्वीकारा है। डीएम के निरीक्षण में एक तीमारदार ने वसूली की शिकायत की थी। एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह ने जांच के बाद रिपोर्ट कलेक्टर को भेज दी है। डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह गत पांच दिसंबर को जिला महिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने मरीजों के परिजनों से भोजन, दवाओं की उपलब्धता और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली थी। अहरौला के शिव कुमार पांडेय और उनकी बहन ने गर्भवती मनीषा पांडेय को प्रसव के लिए 29 नवंबर को जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। चिकित्सक ने आपरेशन से प्रसव कराया था। इसके लिए आशा बहू सविता यादव ने चिकित्सक के लिए 5000 हजार रुपये उनके लिए थे। कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम प्रशासन ने मौके पर पहुंच जांच की। आशा बहू सविता यादव, संकठा पांडेय, आतापट्टी निजामाबाद जो मनीषा पांडेय के ससुर हैं, उनके बयान दर्ज किए गए। आशा बहू ने स्वीकार कि प्रसव डा. रश्मि से कराई गई। डाक्टर ने उनके माध्यम से रुपये लिए। संकठा पांडेय ने पहले चार हजार फिर एक हजार एक हजार रुपये देने की बात कही। मरीजों व सीएमएस से भी पूछताछ की गई। डा. रश्मि सिन्हा के संबंध में सीएमएस ने बताया कि वह शिकायत के समय से ही अवकाश पर हैं। इसलिए उनका पक्ष नहीं लिया जा सका। वहीँ डा. रश्मि सिन्हा, चिकित्सक, जिला महिला चिकित्सालय ने एक समाचार पत्र को बताया की आपरेशन से पहले और न ही बाद में मरीजों के परिजनों से किसी तरह के पैसे की मांग की थी। आपरेशन के नाम पर रुपये लेने का आरोप पूरी तरह निराधार है।
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