आजमगढ़ : पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अखिल भारतीय मध्याह्न भोजन रसोइयां महासंघ के तत्वावधान में शनिवार को मेहता पार्क में धरना-प्रदर्शन किया गया। साथ ही सरकार की व्यवस्था के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा गया। प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ गौतम ने बताया कि प्रदेश में मध्याह्न भोजन योजना में लगभग चार लाख अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ी जाति की गरीब, असहाय एवं निराश्रित महिला व पुरुष रसोइयां पद पर कार्यरत हैं। पिछली सरकार द्वारा बनाई गई गलत नीतियों के कारण रसोइयों का शोषण एवं उत्पीड़न हो रहा है। ऐसे में रसोइयों की मांगों पर विचार करते हुए पूरा किया जाए। उन्होंने बताया कि प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का संविलन किए जाने से कई रसोइयों को निकाल दिया गया। रसोइया बेरोजगार होकर भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। सरकार द्वारा रसोइया को एक हजार रुपये प्रति माह दिया जाता था। वर्तमान सरकार ने मानदेय बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया लेकिन 1500 रुपये में बच्चों का पालन-पोषण एवं शिक्षा नहीं मिल पा रही है। रसोइयों को कम से कम 15 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। इस मौके पर संगीता यादव, सुनीता देवी, रामदुलारे, सुलचन यादव, केदार, शकुंतला गोंड, छाया सिंह, रामपलट, दीपचंद, अखिलेश, राजेश आदि मौजूद थे।
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