पुलिस के साक्ष्य और गलत गिरफ्तारी का आरोप लगाने वालों के साक्ष्य का मिलान कर रिपोर्ट देगी कमेटी
आजमगढ़ : नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पिछले दिनों मुबारकपुर और शहर में विरोध-प्रदर्शन के दौरान 14 युवक गिरफ्तार किए गए थे। कुछ लोगों का कहना है कि पुलिस ने बिना किसी सबूत के कई युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन और एसपी यातायात के नेतृत्व में विशेष कमेटी का गठन किया है। ये दोनों अधिकारी पुलिस के साक्ष्य और गलत गिरफ्तारी का आरोप लगाने वालों के साक्ष्य का मिलान करेंगे। यदि जांच में गलत गिरफ्तारी की शिकायत सही पाई गई तो, संबंधित को रिहा करने के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। सीएए के विरोध में विरोध-प्रदर्शन के दौरान मुबारकपुर और शहर क्षेत्र में गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने वाले लोगों के संबंध में मुस्लिम संगठनों के कुछ लोगों ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से संयुक्त रूप से मुलाकात की। बताया कि बिना किसी ठोस सबूत के पुलिस ने फंसाया है। जबकि पुलिस का कहना है कि उनके पास इसके गिरफ्तारी के पर्याप्त सबूत हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि एडीएम प्रशासन व एसपी यातायात को निर्देश दिया गया है कि वे पुलिस साक्ष्य और लोगों की ओर से प्रस्तुत किए गए साक्ष्य का परीक्षण कर रिपोर्ट दो-तीन दिन के अंदर दें। उधर, बिलरियागंज में सीएए के विरोध में आयोजित होने वाला जलसा अब नहीं होगा।क्योंकि वहां के लोगों ने डीएम व एसपी से वार्ता के बाद संतुष्ट हो गए। वे अपनी बात ज्ञापन के माध्यम से देंगे।
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