आर.के.एम कैंपस में बच्चों किया प्रतिभा का प्रदर्शन
अभिभावकों ने भी लिया मेले का आनन्द,74 स्टाल रहे आकर्षण के केन्द्र
आजमगढ: सगड़ी क्षेत्र के धनछुला स्थित आर के एम कैम्पस में देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व.पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन बाल दिवस के रूप में धूम-धाम से मनाया गया। इस दौरान बच्चों ने बाल मेले का भव्य आयोजन किया। जिसमें अभिभावकों और अतिथियों ने विभिन्न स्टाल पर मिल रहे व्यंजनों का लुप्त उठाया। आर.के.एम. कैंपस में समस्त विद्यार्थियों ने मिलकर अपने सृजनात्मक, रचनात्मक, कलात्मक और शैक्षणिक प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुये ’बाल मेला’ आयोजित किया। मेले का उद्घाटन पारम्परिक तरीके से दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ संसथान की निदेशिका डाॅ. सुनीता ने किया। इस अवसर पर डा. सुनीता ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुये कहा कि ऐसे आयोजन के माध्यम से बच्चों में अपने हुनर को प्रदर्शित करने की कला विकसित होती है, ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में गुणात्मक परिवर्तन के साथ-साथ झिझक दूर करने वाला साबित होते है। बच्चे के कोरे मन पर कला, साहित्य, संस्कृति और सरोकार का गहरा असर होता है। जैसा कि मैं देख पा रही हूँ प्रत्येक बच्चे ने अथक मेहनत किया है। उनके प्रस्तुति में विविधता है। खान-पान, कापी, कलम, पेंटिंग्स, आर्ट-क्राफ्ट और प्रोजेक्टर के माध्यम से देश-दुनिया के सूचना क्रांति का शिक्षा, कला व समाज में अवदान को बहुत खूबसूरती से पेश किया गया है। कार्यक्रम में आस-पास के ग्रामीण, अभिभावक और अंचल के गणमान्य लोगों की उपस्थिति सराहनीय है। मेले में प्ले स्कूल से लेकर बीए, डीएलएड तक के बच्चों ने प्रतिभाग किया है। कुल 74 स्टाल लगाए गए । मेले का विशेष आकर्षण पेपर परी, हैंडलूम क्राफ्ट और हैंडमेड पेंटिंग्स रही । जिसकी लोगों ने खूब खरीदारी की। ऐसे आयोजन बच्चों का उत्साहवर्धन के साथ-साथ कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम बनते हैं। कार्यक्रम में विशेष प्रस्तुति व विक्रेत को पुरस्कार स्वरूप तीन कैटेगरी में पुरस्कृत किया गया है। प्रथम विजेता पेपरी परी, द्वितीय विजेता भाभा ग्रुप, तृतीय विजेता आर्ट-क्राफ्ट की टीम रही है। पुरस्कार में तीन हजार, पन्द्रह सौ और एक हजार कैश प्राइज के साथ-साथ शील्ड, सर्टिफिकेट और पुस्तकें दी गयी हैं। संस्था के चेयरमैन खड़ग बहादुर सिंह ने शुभकामना संदेश में हर्ष प्रकट किया और कहा कि हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि हमारी संस्था के बच्चे पढाई के साथ-साथ विविध गतिविधियों में अव्वल आयें। जिससे उनके अंदर पठयेतर प्रतिभा का विकास हो सके। इस दौरान डाॅ. सतीश, कमलदीप, कुलदीप, पवन सिंह, मीनाक्षी और समस्त 74 शिक्षक व गैर शिक्षक, विद्यार्थी व उनके अभिभावकों की विशेष उपस्थिति रही है।
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