तत्काल सुधार लाने हेतु सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देश, ईओ जीयनपुर से मांगा स्पष्टीकरण
आज़मगढ़ 6 नवम्बर -- मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी के निर्देश पर अपर आयुक्त (प्रशासन) धर्मेन्द्र सिंह ने मण्डल की सभी 33 स्थानीय निकायों की समीक्षा के दौरान नगरीय क्षेत्रों में पालिथीन जब्त करने एवं जुर्माना वसूली, साफ सफाई, कूड़ा निस्तारण, गोवंश आश्रय स्थलों में छुट्टा पशुओं को रखने आदि की स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए इसमें शासन की मंशा के अनुरूप तत्काल सुधार लाने हेतु सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया। श्री सिंह बुधवार को आयुक्त कार्यालय के सभागार में मण्डल के तीनों जनपदों की स्थानीय निकायों में शासन के महत्वपूर्ण बिन्दुओं के सम्बन्ध में की गयी कार्यवाही की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जनपद आज़मगढ़ के अन्तर्गत नगर पंचायत जीयनपुर में कर एवं करेत्तर वसूली की स्थिति अत्यन्त खराब मिलने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिशासी अधिकारी से इस सम्बन्ध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। अपर आयुक्त ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में साफ सफाई, कूड़ा उठान आदि की स्थिति काफी खराब है। उन्होंने सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों के अन्तर्गत दोनों पालियों में नियमित रूप से सफाई होनी चाहिए तथा सफाई के तुरन्त बाद कूड़े का उठान भी सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने प्लास्टिक उपयोग की समीक्षा के दौरान पाया कि आज़मगढ़ की नगर पालिका मुबारकपुर में 110.00 किग्रा, नगर पंचायत सरायमीर में 46.400 किग्रा, मेंहनगर में 86.310, लालगंज में 44.748, बिलरियागंज में 98.500, जीयनपुर में 79.800, फूलपुर में 52.00, महराजगंज में 56.500 किग्रा, जनपद मऊ की नगर पंचायत दोहरीघाट में 10.00 किग्रा, घोसी में 66.00, कोपागंज में 63.00, अमिला में 13.00, अदरी 15.00, वलीदपुर में 10.00, चिरैयाकोट में 15.00, मधुबन में 32.00 किग्रा तथा जनपद बलिया के नगर पालिका रसड़ा में 11.500, बाॅसडीह में 20.00, बेल्थरारोड में 24.100, चितबड़ागाॅंव में 6.00 एवं बैरिया में 24.00 किग्रा प्लास्टिक पालिथीन जब्त की गयी जबकि नगर पंचायत रेवती, सहतवार, मनियर, सिकन्दरपुर को प्लास्टिक पालिथीन जब्त किये जाने स्थिति शून्य पाई गयी। अपर आयुक्त श्री सिंह ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित निकायों के ईओ से गहन पूछताछ की, जिस पर अलग अलग कारण बताये गये। श्री सिंह ने अधिशासी अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत तर्कों को दरकिनार करते हुए निर्देश दिया कि बहानेबाजी तलाश करने के बजाय कार्यों पर ध्यान दें तो इस प्रकार की विषम परिस्थिति से बचा जा सकता है। उन्होंने आगाह किया कि आगामी माह तक इसमें अपेक्षित उपलब्धि अनिवार्य रूप से हासिल की जाये अन्यथा सम्बन्धित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। अपर आयुक्त धर्मेन्द्र सिंह ने वर्तमान में देश के कतिपय प्रान्तों में दूषित वातावरण के दृष्टिगत सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया कि नगरीय क्षेत्रों में निर्माणाधीन भवनों के सीमेन्ट, बालू आदि को ढकवाने सड़कों के किनारे रखे गये बालू, मोरंग आदि पर पानी का तत्काल छिड़काव कराने का निर्देश दिया। इसके अलावा जहाॅं भी कूड़े एकत्रित किये गये हैं उस पर पानी का छिड़काव कराया जाये। उन्होंने कहा कि वातावरण को स्वच्छ बनाये रखना अत्यन्त संवेदनशील मामला है, इसलिए सभी ईओ यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी कूड़ा या अन्य ज्लनशील सामग्री नहीं जलाई जायेगी। उन्होंने सचेत किया कि यदि कहीं कूड़ा आदि जलता हुआ पाया जायेगा तो सम्बन्धित ईओ को उसका जिम्मेदार मानते हुए उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। बैठक में उपस्थित मऊ के अपर जिलाधिकारी केहरी सिंह ने आगामी दिनों में अयोध्या प्रकरण में मा0 सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले के दृष्टिगत समस्त अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि निकाय के सफाई निरीक्षकों, सफाई नायकों, सफाई कर्मियों आदि के माध्यम से इस ओर सतर्क दृष्टि रखी जाये कि शान्ति व्यवस्था, सौहार्द्र को बिगाड़ने हेतु कोई भी शरारती तत्व न तो किसी दीवार पर कोई स्लोगन या इबारत लिखने पाये और न ही किसी प्रकार का पोस्टर आदि चिपकाने पाये। इस अवसर पर तीनों जनपदों के परियोजना अधिकारी डूडा एवं अधिशासी अधिकारीगण उपस्थित थे।
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