सोसाइटी पंजीकरण की नकल देने के नाम पर दो हजार लेते ही रंगे हाथ पकड़ा गया कनिष्ठ सहायक लिपिक
आजमगढ़ : एंटी करप्शन (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) गोरखपुर की टीम ने गुरुवार की दोपहर को शहर के सिधारी मोहल्ला स्थित चिट्स फंड कार्यालय के कनिष्ठ सहायक लिपिक को दो हजार रुपये रिश्वत लेते समय रंगे हाथ पकड़ लिया। पकड़े गए कनिष्ठ लिपिक को एंटी करप्शन टीम ने सिधारी थाने के पुलिस को सिपुर्द कर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। मऊ जिले के शहादतपुरा ब्रह्मस्थान मोहल्ला निवासी व शिकायतकर्ता राकेश सिंह का कहना है कि उनकी रघुवंशी सेवा समिति के नाम से एक सोसाइटी है। उक्त सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए उन्होंने लगभग पांच माह पूर्व सिधारी क्षेत्र में स्थित सहायक निबंधन फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स आजमगढ़ मंडल कार्यालय में आवेदन फार्म जमा किया था। उनकी सोसाइटी के पंजीकरण का नकल देने के नाम पर चिट्स फंड कार्यालय के कनिष्ठ सहायक लिपिक अजय कुमार यादव पांच हजार रुपये की मांग कर रहे थे। लगभग एक पखवारा से उक्त लिपिक द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा था। बाद में लेन-देन का मामला पांच हजार से घटकर दो हजार तक पहुंचा। इस पर उन्होंने उक्त लिपिक के खिलाफ एंटी करप्शन टीम गोरखपुर जाकर शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत पर गोरखपुर के एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर देव प्रकाश रावत, रामधारी सिंह अपनी टीम के साथ गुरुवार को जिले में आए। उन्होंने डीएम से संपर्क किया तो डीएम ने गावा के तौर पर सीएमओ कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक रामजतन मौर्य व बीएसए के कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक नरेंद्र कुमार को लगाया। दोनों गवाहों के साथ एंटी करप्शन टीम सिधारी स्थित कार्यालय पर पहुंच कर खड़े थे। शिकायतकर्ता राकेश ने कार्यालय में पहुंच कर कनिष्ठ सहायक लिपिक को जैसे ही पांच-पांच सौ के चार नोट दिया, तभी बाहर खड़ी एंटी करप्शन टीम ने पहुंच कर कनिष्ठ सहायक लिपिक को रंगे हाथ रिश्वत के रुपये के साथ पकड़ लिया। गिरफ्तार कनिष्ठ सहायक लिपिक को एंटी करप्श्न टीम सिधारी थाने लाकर मुकदमा दर्ज कराया।
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