गन्ना विकास विभाग में निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त निरीक्षक से 50 हजार रुपये की मांग की थी
आजमगढ़ : गोरखपुर की एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को शहर के रैदोपुर मोहल्ला के समीप से गन्ना विकास विभाग में कार्यरत वरिष्ठ सहायक को पांच हजार रुपये घूस लेते समय रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए उक्त कर्मचारी को एंटी करप्शन टीम ने शहर कोतवाली पुलिस को लिखा पढ़ी कर सिपुर्द कर दिया। बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के सरैया रत्नावे गांव निवासी विजय प्रताप सिंह गन्ना विकास विभाग में निरीक्षक के पद से 31 दिसंबर 2016 को सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने अपने पेंशन प्रकरण की फाइल को निस्तारण कराने के लिए काफी दिनों से विभाग के अधिकारी से लेकर बाबुओं का चक्कर लगा रहे थे। रिटायर निरीक्षक का आरोप है कि गन्ना विकास विभाग के वरिष्ठ सहायक रामेश्वरचंद उनकी फाइल तैयार कर निस्तारण कराने के नाम पर रिश्वत के तौर पर 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। उन्होंने उतने रुपये देने से असमर्थता जताई। इस पर वरिष्ठ सहायक उन्हें बार-बार दौड़ाने लगा। बाबुओं की कारस्तानी से त्रस्त आकर रिटायर निरीक्षक ने 20 सितंबर को भ्रष्टाचार निवारण संगठन की शाखा गोरखपुर में संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत पर एंटी करप्शन गोरखपुर के निरीक्षक अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में रामधारी मिश्र, चंद्रेश यादव, पुनीत सिंह, प्रवीर कुमार, शैलेंद्र राय, चंद्रभान व शैलेंद्र सिंह शुक्रवार की सुबह आजमगढ़ पहुंचे। एंटी करप्शन टीम ने शिकायतकर्ता को बुलाकर उसे केमिकल लगा पांच हजार रुपये थमाया। योजना के अनुसार शिकायतकर्ता ने गन्ना विकास विभाग के वरिष्ठ सहायक को दोपहर में शहर के रैदोपुर स्थित एक जलपान गृह की दुकान पर बुलाए। वहां पर वरिष्ठ सहायक पहुंचे तो शिकायतकर्ता ने 50 हजार रुपये देने की हामी भरते हुए एडवांस के तौर पर पांच हजार रुपये थमाया। वरिष्ठ सहायक उक्त रुपये को लेकर अपनी जेब में रख रहे थे कि तभी एंटी करप्शन की टीम ने उन्हें रुपये के साथ दबोच लिया। पकड़े गए वरिष्ठ निरीक्षक को लेकर एंटी करप्शन की टीम शहर कोतवाली पहुंची। मुकदमा दर्ज कराने के बाद उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़े गए वरिष्ठ सहायक निजामाबाद क्षेत्र के समधीयावन गांव के निवासी हैं।
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