बिजली विभाग के गेस्ट हाउस में बनाया गया सेफ होम यहां दो महिला और दो पुरुष पुलिसकर्मियों की तैनाती भी है
कोर्ट के आदेश पर मंडल मुख्यालय पर स्थापित सेफ होम में पीड़ितों को सुरक्षा देनी के साथ ही जिला प्रशासन रखेगा ख्याल
आजमगढ़: रुढ़ियों से बगावत कर गैर जाति या धर्म में शादी करने वालों को तत्काल सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिले में शुक्रवार को सेफ होम का गठन किया गया। बिजली विभाग के गेस्ट हाउस में दो कमरे इसके लिए सुरक्षित करते हुए यहां दो महिला और दो पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। कोर्ट के आदेश पर मंडल मुख्यालय पर स्थापित सेफ होम में ना केवल पीड़ितों को सुरक्षा की दृष्टि से शरण दी जाएगी। बल्कि इनके हर जरुरतों को भी जिला प्रशासन द्वारा पूरा किया जाएगा। पीड़ितों के मामले में कोर्ट का फैसला आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। लड़के -लड़की की अपनी मर्जी या गैरबिरादरी में की गई शादी के मामले में परिवार के लोग अपनी साख बचाने या झूठी शान में किसी भी हद तक चले जाते हैं। जिले में बीते कुछ माह के भीतर इस प्रकार की हुई कई घटनाएं उदाहरण हैं। जिसमें गैर बिरादरी की लड़की-लड़का ने एक दूसरे से शादी कर ली, लेकिन विरोध के चलते उनका प्यार परवान नहीं चढ़ सका, या तो टूट गया। इस प्रकार की आए दिन हो रही घटनाओं पर रोक लगाने और ऐसे लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से कोर्ट के आदेश पर सरकार ने सभी मंडल मुख्यालयों पर सेफ होम की स्थापना का निर्देश दिया। जिस क्रम में जिला प्रशासन की ओर से हाफिजपुर गांव के पास स्थित विद्युत विभाग के गेस्ट हाउस का चयन करते हुए सेफ होम स्थापित करते हुए वहां पर दो महिला और दो पुरुष पुलिसवालों को तैनात कर दिया गया। इस सिलसिले में एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि गैर बिरादरी या धर्म के लड़की और लड़के आपस में शादी करने वालों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सेफ होम की स्थापना कर दी गई। यहां पर दो महिला और दो पुरुष पुलिसवालों को तैनात कर दिया गया। 24 घंटे पुलिस यहां तैनात रहेगी। इस प्रकार की समस्या से परेशान लोग डायल 100, पुलिस कंट्रोल रुम 9454417374 पर भी संपर्क कर शिकायत कर सकता है। पुलिस ऐसे लोगों को हर तरह की सुरक्षा प्रदान करेगी। एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह ने कहा की शासन के निर्देश पर शहर से सटे हाफिजपुर गांव में स्थित विद्युत विभाग के गेस्ट हाउस को सेफ होम का चयन करते हुए स्थापित कर दिया गया। आजमगढ़ मंडल के तीनों जिलों के पीड़ितों तत्काल पुलिस से शिकायत करते हुए सुरक्षा ले सकते हैं।
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