मुझे नहीं लगी गोली इसका अफ़सोस है , सेना में भर्ती होना सेवा नहीं तपस्या है - कर्नल निखिल श्रीवास्तव , कुमाऊं रेजीमेंट
हमें ऐसे सपूतों पर गर्व है, जिनके वजह से हम चैन की सांस लेते है और हमारी सीमा सुरक्षित है- डीएम
आजमगढ़ : कारगिल शहीद रामसमुझ यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार को अंजानशहीद के नत्थूपुर शहीद पार्क में जनसैलाब उमड़ पड़ा। इसमें पुलवामा में शहीद हुए पूर्वांचल के पांच शहीदों के साथ कुल 25 शहीदों के परिजनों को कुमाऊ रेजीमेंट के कर्नल व डीएम ने सम्मानित किया। वहीं गायकों व फिल्मी कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम पर लोग थिरकते रहे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी। वाहनों के रूट डायवर्ट होने के कारण लोगों को काफी परेशानी भी हुई।
कार्यक्रम का शुभारंभ कारगिल शहीद रामसमुझ यादव की माता प्रतापी देवी, पिता राजनाथ यादव व भाई प्रमोद यादव ने चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर किया। कुमाऊं रेजीमेंट के कर्नल निखिल श्रीवास्तव व डीएम नरेन्द्र प्रताप सिंह ने पुलवामा में शहीद हुए पांच शहीद परिवारों सहित 25 शहीदों के परिजनों को अंगवस्त्रम, स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कर्नल निखिल श्रीवास्तव ने कहाकि सेना में भर्ती होना सेवा नहीं तपस्या है। 1999 में कारगिल की वीर गाथा सुनाते हुए वह फफक पड़े। उन्होंने कहाकि सबसे ज्यादा शहीद कुमाऊं रेजीमेंट के ही जवान व अधिकारी हुए। शहीद में वह जज्बा है, जो भारत माता की सेवा के लिए अपने प्राण हंसते हुए न्योछावर कर देते हैं। मुझे गोली क्यों नहीं लगी, यह सोचकर आज भी अफसोस होता है। इस अवसर पर डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि हमें ऐसे सपूतों पर गर्व है, जिनके वजह से हम चैन की सांस लेते है और हमारी सीमा सुरक्षित है। प्रमोद यादव ने कहा कि जब हमने शुरू किया था तो गांव के 10 लोग ही मेरे साथ जुड़े थे। आज पूरा क्षेत्र इस कार्यक्रम को भरपूर सहयोग दे रहा है। गायक व फिल्मी कलाकार समर सिंह, कविता यादव के कार्यक्रम को देखकर लोग थिरकते रहे। संचालन प्रदीप तिवारी ने किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री बलराम यादव, दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक नफीस अहमद, डॉ.संग्राम यादव, हवलदार यादव, मनीष मिश्रा, अरविंद जयसवाल, अखिलेश यादव, हारून खान, राजेश यादव आदि मौजूद रहे।
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