आजमगढ़ : गंभीरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में पिछले दिनों युवती की मिली लाश के विरोध में गुरुवार की दोपहर गंभीरपुर थाने में संबंधित गांव व भीम आर्मी के लोगों ने घेराव कर चक्का जाम कर दिया। उत्तेजित ग्राम वासियों ने थाने के सामने आजमगढ़ वाराणसी मुख्य मार्ग को एक घंटे जाम रखा , जिससे लगे जाम के चलते कई घंटों तक इस मार्ग पर आवागमन बाधित रहा। एक गांव निवासिनी युवती 21 मई को घर से गायब हो गई थी। 23 मई की सुबह गांव के पास हत्या कर फेंकी गई लाश मिली । स्थानीय पुलिस पोस्टमार्टम के बाद पिता की नामजद आरोपियों के विरोध में कार्यवाही को नकारते देख 26 मई को ग्रामीण लामबंद होकर जिलाधिकारी का घेराव और धरना प्रदर्शन किया। लेकिन जिलाधिकारी के आदेश के बाद थाना गंभीरपुर पुलिस एक भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी। जिसके विरोध में गुरुवार को ग्रामवासियों का गुस्सा फूट गया। ग्रामीण लामबंद होकर ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर थाने का घेराव करने पहुंचे। मौजूद पुलिस फोर्स ने उन्हें थाना परिसर में जाने से रोक दिया। लगभग ढाई बजे गुस्साए ग्रामीण थाने के सामने चिलचिलाती धूप में रोड पर ही बैठ गए। ग्रामीण पुलिस व प्रशासन विरोधी नारे लगाने लगे। गंभीरपुर पुलिस मुर्दाबाद, हत्यारों को फांसी दो ,पुलिस की गुंडागिरी नहीं चलेगी आदि नारा लगाते अपना विरोध दर्ज कराने लगे। इस धरने के चलते रोड पर दोनों तरफ गाडियों की लंबी कतार लग गई। प्रदर्शन को देखते हुए गंभीरपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार पांडे ने मेहनगर प्रभारी निरीक्षक एवं रानी की सराय, निजामाबाद आदि थानों से पुलिस बुला लिया। पुुलिस जाम खुलवाने का प्रयास करने लगी। लेकिन ग्रामवासी उनकी एक भी नहीं सुन रहे थे। अंत में थाना प्रभारी अरविंद कुमार पांडे ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से 24 घंटे में सभी आरोपित हत्यारों को पकड़ने का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर साढे तीन बजे चक्काजाम समाप्त हुआ।
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