आजमगढ़। अंडरपास बनाये जाने की मांग को लेकर कम्हेनपुर के ग्रामीणों ने 16वें दिन बुधवार को निर्माणाधीन हाईवे स्थित बुढ़िया मां के मंदिर के सामने प्रोजेक्ट डायरेक्टर का प्रतिकात्मक पुतला दहन कर अपने आंदोलन में तेज कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि एक पखवारा से ग्रामीण धरनारत है लेकिन सीएम योगी का प्रशासन हमारी समस्याओं को अनसुना कर रहा है अगर ऐसा ही रहा तो सूबे के मुखिया के खिलाफ आंदोलन को बाध्य होंगे। गांव के लालता राम ने बताया कि 16 दिन से धरनारत कम्हेनपुर के ग्रामीणों की सुनवाई के लिए प्रशासनिक अमला निरंकुश हो चुका है जबकि सरकार ग्रामीणों के उत्थान की बातों को तरदीह देने का दावा करती है। भाजपा नेताओ ने भी पूरी तरह हमारी समस्या से कोई सरोकार नहीं रखा। अभी तो हमने प्रोजेक्ट डायरेक्टर का पुतला दहन किया है आगे भी प्रशासनिक अधिकारियों का पुतला फूंककर शासन को जगायेंगे। इसके बावजूद अगर मामले का निस्तारण नहीं हुआ तो ग्रामीण आर-पार का संघर्ष करेंगे और आगामी चुनाव में ऐसे सफेदपोशों को सबक सिखायेंगे। बता दें कि कम्हेनपुर के पश्चिम तरफ तमसा नदी, उत्तर तरफ नाला, दक्षिण तरफ हाईवे का पुल व पूरब तरफ से गांव में आने वाले सम्पर्क मार्ग 815 पर राष्ट्रीय राज मार्ग 233 का निर्माण चल रहा है। नदी, नाला व नेशनल हाइवे से घिरे ग्रामीणों को गांव से बाहर निकलने के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं है। उक्त हाईवे पर अंडरपास ही कम्हेनपुर वासियों के लिए एक मात्र विकल्प है ताकि ग्रामीण जनता आसानी से अपने गन्तव्यों तक पहुंच सके। जब एनएच का निर्माण हो जायेगा तब प्राथमिक विद्यालय से बच्चों के लिए यह दूरी लगभग 10 किलोमीटर हो जायेगी। शासन-प्रशासन हमारे प्रति उदासीन रवैया अख्तियार किये हुए है, जिसको लेकर ग्रामीण धरनारत् है। पुतला दहन करने वालों में राधेश्याम, तारा देवी, नरोत्तम, सुक्खू, खुन्नू, रामू, रामभजन, सलता, रामदास, दीपचन्द, नरमा देवी, ज्ञानमती, चांदमती, फिरतू, बबलू नरेश, सच्चू,हुलचन्द, अनिल, बलराम, लौटन, घुरहू, मनीष, राजेन्द्र सिंह, मैनेजर सिंह, पिंटू, मूलचन्द, खुल्लू, रामपलट, विशनधारी, श्रीराम, तारकेश्वर, सेवा, बाबू लाल, पंकज सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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