आजमगढ़ : नवोदय विद्यालय जीयनपुर में फ़ूड पोइज़निंग से बीमार हुई तीन दर्जन छात्राओं के मामले में जिला प्रशासन ने सतर्कता दिखाई है। घटना पर डीएम ने सख्त रुख अपनाया और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसए) व खाद्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को पूरे जनपद के आवासीय कस्तूरबा विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं व स्कूलों की जांच करने का विशेष निर्देश दिया। सोमवार को जनपद के स्वास्थ्य विभाग व खाद्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी दिनभर जहां विद्यालयों की तहकीकात करते रहे, वहीं हांफते हुए छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाएं भी वितरित किए। इसे लेकर दिनभर अफरातफरी की स्थिति रही। गौरतलब है की शनिवार को जीयनपुर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में तीन दर्जन छात्राएं भोजन के बाद रात में बीमार हो गई थीं। देर रात तक जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी व एसपी रविशंकर छबि जिला अस्पताल में डेरा डाले रहे। रविवार को जिलाधिकारी ने सीएमओ डा. रवींद्र कुमार सहित औषधि प्रशासन व खाद्य विभाग की टीम को जनपद के सभी आवासीय विद्यालयों का निरीक्षण व जांच करने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में सोमवार को सुबह नौ बजे के बाद टीम विभिन्न कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों पर रवाना हो गई। इस विशेष अभियान में कुल 40 टीमें लगाई गई थीं। खाद्य विभाग की टीमें सभी स्कूलों में गई और छात्राओं के भोजन की रसोई व खाद्यान्न सामग्री की जांच की। वहीँ स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने छात्राओं के रहने, खाने-पीने आदि की व्यवस्था को जांचा परखा साथ ही आवश्यक दवा वितरित छात्राओं की ब्लड जांच भी की गई। इसी प्रकार खाद्य औषधि प्रशासन अभिग्रहित अधिकारी डा. दीनानाथ यादव व मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके राय ने पल्हनी, जहानागंज व तहबरपुर कस्तूरबा विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान कुल चार नमूने लिए गए। इसे जांच के लिए भेजा गया। मार्टीनगंज प्रतिनिधि के अनुसार डा. अफजल के नेतृत्व में पहुंची टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण किया और आवश्यक दवाएं भी वितरित की। इस दौरान छात्राओं ने समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया।
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