आज़मगढ़। आज़मगढ़ में राज्य आवासीय विश्वविद्यालय का मुद्दा बुद्धवार को तीसरी बार दमदारी से उठा। शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने विधान परिषद में उक्त बहुप्रतीक्षित व महत्वपूर्ण मुद्दा उठाते हुए कहा कि आज़मगढ़ ऋषियों महर्षियों की तपोभूमि और प्रसिद्ध साहित्यकारों की कर्मभूमि रही है। आज़मगढ़ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सारे मानदंडों को भी पूरा करता है फिर भी यहाँ विश्वविद्यालय नहीं है। पिछले कई सालों से जनपद के छात्र व बुद्धिजीवी विश्वविद्यालय के लिये आंदोलनरत है। लखनऊ के ईको गार्डेन में भी दो दिन पूर्व विश्वविद्यालय के लिये धरना दिया गया था । प्रश्न का जवाब देते हुए सदन में उपस्थित उपमुख्यमंत्री मा0 दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर विचार कर रही है। इसके पूर्व भी शिक्षक विधायक मा0 ध्रुव कुमार त्रिपाठी द्वारा पिछली सरकार में सन् 2016 में तथा इस सरकार में फरवरी 2018 में आज़मगढ़ में राज्य आवासीय विश्वविद्यालय के मुद्दे को उठाया जा चुका हैं। शिक्षक विधायक द्वारा विश्वविद्यालय का मुद्दा उठाने पर माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री इंद्रासन सिंह तथा विश्वविद्यालय अभियान के संयोजक डा0 सुजीत भूषण ने जनपदवासियों की तरफ से धन्यवाद दिया। इस अवसर पर मा0शि संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार राय ,महामंत्री विजय कुमार सिंह,विवि अभियान के जिला संयोजक विजेंद्र सिंह,अनिता द्विवेदी, डा0 प्रवेश कुमार सिंह, अनामिका सिंह पालीवाल, राकेश गांधी,पूनम सिंह,शिव बोधन उपाध्याय, एस0के0सिंह,गुलाब राय, अरुण पांडेय,बालमुकुंद सिंह, हरिशंकर सिंह, बादल सिंह, सौरभ सिंह परमार आदि ने हर्ष व्यक्त किया।
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