आजमगढ़। भोजपुरी गीतों में जातिगत आधार पर अश्लीलता परोसे जाने से नाराज सामाजिक संगठन प्रयास ने मंगलवार को जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन को सौंपा। संगठन के पदाधिकारियों ने ऐसे गानों पर तत्काल रोक लगाये जाने की मांग किया। सामाजिक संगठन प्रयास के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में भोजपुरी गानों में अभद्र, अश्लील एवं जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कलाकारों द्वारा तेजी के साथ किया जा रहा है। जो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहें हैं। इन गानों के बोल बेहद अपमान जनक एवं शर्मसार कर देने वाले हैं। जिसके चलते उस समाज से जुड़े लोगो की भावनाएं आहत हो रही हैं। गानों में जाति सूचक शब्दो का प्रयोग होने से हमारी लोक संस्कृति और भारतीय सभ्यता का गौरव निरन्तर गिरता जा रहा है। ऐसे कृत्यों के विरूद्ध कड़े से कड़े कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहाकि गानों के जरिये कई जातियां को एक दूसरे से लड़ाकर समाज को तोड़ने का कुचक्र रचे जाने का भी काम किया जा रहा है जो निन्दनीय है। जिससे आमजन मानस में बेहद रोष व्याप्त है। भोजपुरी हमारी पूर्वी क्षेत्र की आम बोलचाल की भाषा है लेकिन इसके जरिये अभद्रता परोसे जाने के पीछे कुछ लोगों के मंशा बिल्कुल ठीक नहीं है। यहीं नहीं सवारी वाहनों जीप, आटो रिक्शा, आदि में अश्लील गानें धड़ल्ले से बजाये जा रहे है। ऐसे गानों पर अगर जल्द से जल्द पावंदी नही लगी तो हम प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। इस अवसर पर अतुल, इंजी सुनील यादव, राजीव कुमार शर्मा, डा वीरेन्द्र पाठक, शम्भूदयाल सोनकर, हरिश्चन्द, डा हरिगोविन्द, यमुना मौर्या, शमसाद अहमद, सुशील कुमार, मोनू कांत चौबे, दिलशाद अहमद, रामजन्म आदि मौजूद रहे।
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