आजमगढ़ 29 मई 2018-- जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने तमसा नदि की सफाई एक अभियान के तहत 5 जून से कराने का आह्वान करते हुए कहा है कि यह एक सामाजिक कार्य है और इसमे जन सहयोग आवश्यक है। उन्होने नदि मे पानी के कम होने उसमे गन्दगी, सिल्ट आदि के प्रति चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह सब स्थिति पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है और जब नदि सूखेगी तो जल संकट बढ़ेगा। इसलिए नदी की सफाई अति आवश्यक है और इसके लिए जन जागरूकता आवश्यक है। उन्होेने बताया कि शहरी एरिया के राजघाट से सफाई अभियान की शुरूआत की जायेगी और कम से कम 500 मीटर एरिया का सफाई होगा। इसके लिए इसके नोडल अधिकारी एडीएम प्रशासन नामित किये गये हैं।
उक्त बाते जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार मे आयोजित तमसा नदि सफाई के सम्बन्ध मे एक महत्वपूर्ण बैठक करते हुए कहे। इस अवसर पर उन्होने पीडी को निर्देश दिये कि वे जनपद की नदियों का चिन्हांकन करें तथा उसकी खोदाई करायी जा सके। उन्होने कहा कि यह कार्य असम्भव नही है, आवश्यकता है लोगों मे दृढ़ इच्छा शक्ति बनाए रखने की है। उन्होने कहा कि नदियों की खोदाई कराने से वाटर रिचार्ज होता है तथा पानी का लेवल मेन्टेन होता है। उन्होेने कहा कि यदि तमसा नदि पर ध्यान नही दिया गया तोे वह विलुप्त प्राय होगी।
जिलाधिकारी ने तमसा नदि पर अतिक्रमण को अति गम्भीरता से लेते हुए कहा कि अतिक्रमण करने की इजाजत किसी का नही है और ऐसे तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।उन्होने इसमे कूड़ा न फेंकने की अपील जनमानस से करते हुए कहा कि मेडिकल वेस्ट का डिस्पोजल प्रापर होना चाहिए, उसे नदी के तट पर न फेंका जाये। उन्होने जल निगम को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित करें कि तमसा नदी मे 6 प्वाइंट से जो नाले गिर रहें हैं उनके पानी को रोकने के लिए चैम्बर बनाये जायें तथा वहां से प्यूरीफाइड पानी नदी मे आये।
जिलाधिकारी ने बताया कि नदी एरिया का चिन्हांकन कर लिया गया है, सफाई अभियान कम से कम 10 दिन तक चलाया जायेगा, जो प्रतिदिन 500 मीटर की सफाई होगी। सफाई के पश्चात मलबा तत्काल हटाया जायेगा तथा नदी के किनारे बांस और पीपल के वृक्ष लगाये जायेंगे क्योंकि पेड़ पानी को बर्बाद होने से रोकता, पर्यावरण को शुद्ध करता है तथा यह जलीय जीवों के लिए उपयोगी होता है। इस कार्य के लिए सेक्टर वार 10 समूह बनाये जायेंगे।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक रवि शंकर छवि ने कहा कि किसी भी नदी को पूनर्जिवित करना तथा पर्यावरण संरक्षित करना हम सभी का नैतिक दायित्व है। जल संरक्षण हेतु तालाब और कूओं का होना आवश्यक है। उन्होने नदियों की सफाई की निगरानी हेतु ग्राम/मुहल्लावार समिति गठन का सूझाव दिया तथा नदी मे कूड़ा फेंकने वाले के विरूद्ध जुर्माना लगाते हुए कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
बैठक मे सीडीओ अनिल कुमार उपाध्याय, एडीएम बी0/रा0 बी0के0 गुप्ता, एडीएम प्रशासन नरेन्द्र सिंह, सीआरओ आलोक कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी गण, विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारीगण तथा स्वयं सेवी संगठनों एंव विभिन्न प्रतिष्ठानों के लोग उपस्थित रहे।
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