आजमगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पकौड़ा बेचने को रोजगार से जोड़कर दिया गया बयान अब उनकी पार्टी और सरकार के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। खासतौर इस मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का बयान आने के बाद से ही विपक्ष और अब छात्रों के निशाने पर सरकार आ गयी है । मंगलवार को इससे नाराज शिब्ली कालेज के छात्रों ने कालेज के सामने पकौड़ा बेचकर सरकार से सवाल किया कि क्या लोग लाखों रूपये इसलिए पढ़ाई पर खर्च करते हैं कि आगे चलकर पकौड़ा बेंचे। बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमन्त्री ने एक इंटरव्यु के दौरान कहा कि क्या जो आपके स्टूडियो के सामने पकौड़े बेच रहा है वह रोजगार नहीं है। इसके बाद विपक्ष के हो हल्ला मचाने पर सोमवार को राज्यसभा में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी इसकी चर्चा की। इसके बाद से ही यह मुद्दा बन गया है। मंगलवार की सुबह शिब्ली कालेज के सैकड़ों छात्र लालजीत यादव व सेराज अहमद के नेतृत्व में गेट पर एकत्र हुए। छात्रों ने गैस सिलेंडर आदि की व्यवस्था कर पकौड़ा छानकर बेचा। इस दौरान मोदी और अमित शाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी। छात्रों ने पीएम और शाह से अपने बयान वापस लेने और युवाओं से माफी मांगने की मांग की। सेराज अहमद ने कहा कि हमने एलएलबी इसलिए नहीं की कि आगे चलकर पकौड़ा बेचें। कोई मां-बाप अपने बच्चों को पकौड़ा बेचने के लिए उच्च शिक्षा नहीं दिलाता। प्रधानमंत्री का बयान पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना है। उन्होंने न केवल अपना बयान वापस लेने चाहिए बल्कि बरोजगारों से माफी मांगनी चाहिए। लालजीत यादव ने कहा कि कम से कम प्रधानमंत्री से ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने रोजगार को जो वादा किया वह तो पूरा किया नहीं अब युवाओ के कटे पर नमक छिड़कने का काम कर रहे है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जायेगा। इस मौके पर संतोष कुमार यादव, धर्मेंद्र कुमार यादव, शौर्य सिंह, बिमला यादव, वरूण यादव, फुरकान अहमद, सम्स तबरेज, विपिन मौर्य, बेलाल, कयामुद्दीन, सुनील कुमार, फहद, सतीश कुमार यादव, पंकज, राकेश मौर्य, बेलाल अहमद आदि उपस्थित थे।
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