आजमगढ़। शिक्षामित्र सुधा सिंह व उनके बच्चों पर हुए प्राणघातक हमले से नाराज शिक्षामित्रों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षामित्रों ने आरोपी प्रधानाध्यापक को निलंबित करने तथा जेल भेजने की मांग की। मांग पूरी न होने पर शिक्षामित्रों ने बीएलओ का काम न करने की चेतावनी दी। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले जिलाध्यक्ष देवसी प्रसाद यादव के नेतृत्व में शिक्षामित्रों ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक मुलाकात की। देवसी प्रसाद ने कहा कि मार्टिनगंज ब्लाक के नरवें प्राथमिक विद्यालय पर तैनात प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश सिंह व उनके पुत्र आलोक सिंह ने न केवल असलहे का प्रदर्शन किया बल्कि एक महिला और उसके बच्चे को बुरी तरह मारा पीटा। इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। श्री यादव ने कहा कि समायोजन रद्द हो जाने से शिक्षामित्र वैसे ही अवसादग्रस्त हैं। आर्थिक, शारीरिक, मानसिक प्रताड़ना से गुजर रहे हैं, ऐसे में उनके साथ इस तरह का कृत्य किया जाना बेहद चिन्ताजनक है। प्रांतीय संगठन मंत्री कृष्ण मोहन उपाध्याय ने शिक्षामित्र पर प्रधानाध्यापक द्वारा किये गये प्राणघातक हमले की घोर निन्दा करते हुए कहा कि प्रधानाध्यापक व उसके बेटे के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाय। साथ ही प्रधानाध्यापक को बर्खास्त किया जाय। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर प्रधानाध्यापक व उसके बेटे के खिलाफ कठोर कार्यवाही नहीं हुई तो हम चुप नहीं बैठेंगे। शिक्षामित्र सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। बैठक में प्रमुख रूप् से हीरालाल, तेज बहादुर, अशोक, उपेन्द्र, राजेश, साकेत, शाहिद, तुफानी, रमेश, सतीश चैहान, दिनेश, धर्मेन्द्र, श्याम कन्हैया, अंगद, अरविन्द चैधरी, राजेश सिंह, स्वतन्त्र सिंह, अरूण सिंह, रीता सिंह, निर्मला, सुधा सिंह, साधना सिंह, किरन उपस्थित रहे।
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