आजमगढ़ 30 नवम्बर -- प्रेक्षक नरेन्द्र शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के सभागार में नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन 2017 की मतगणना के सम्बन्ध में समस्त आरओ/एआरओ के साथ बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर प्रेक्षक ने समस्त आरओ/एआरओ को निर्देशित करते हुए कहा कि मतगणना को निष्पक्ष, समयबद्ध एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बीके गुप्ता ने गणना पर्यवेक्षकों/गणना सहायकों को बताया कि मतों की गणना वार्डवार एवं मतदान स्थलवार क्रम से की जायेगी। सदस्य एवं अध्यक्ष पद के मतों की गणना मतदान स्थलवार की जायेगी अर्थात जिस मतदान स्थल की मतगणना प्रारम्भ की जायेगी, उस मतदान स्थल के सदस्य एवं अध्यक्ष की गणना पूर्ण करने के उपरान्त ही दूसरे मतदान स्थल की मतपेटिका में पाये गये मतों की गणना की जायेगी। सदस्य एवं अध्यक्ष पद की मतगणना के लिए अलग-अलग सदस्य पद की मतगणना सम्बन्धित वार्ड के लिए आवंटित टेबुल पर उस वार्ड के समस्त मतदान स्थलों की मतगणना की जायेगी। श्री गुप्ता ने बताया कि सदस्य/अध्यक्ष पद के सभी मतपत्रों को बिना प्रत्याशीवार मतपत्रों को अलग किए 50-50 की गड्डी बनावें, एक गड्डी 50 मतपत्रों से कम की हो सकती है। 50-50 की गड्डियों में मतपत्रों की संख्या की पुनः अवश्य जांच करें। इस प्रकार तैयार गड्डियों से प्राप्त मतपत्रों का मिलान, मतपत्र लेखा भाग-2 के प्रपत्र पर करे यदि कोई अन्तर हो तो उसका भी अंकन मतपत्र लेखा भाग-2 में करें। इसी के साथ उन्होने बताया कि सदस्य/अध्यक्ष पद के एक-एक गड्डियों को खोलकर प्रत्याशीवार मतपत्रों को छांटे। प्रत्याशीवार मतपत्रों को छांटते समय वैध मतपत्र को भी देखना होगा। गणना पर्यवेक्षक यह ध्यान रखें की यदि किसी मतपत्र को अवैध द्योषित करने अथवा मतपत्र को किसी उम्मीदवार के पक्ष में घोषित करने के सम्बन्ध मंे अभिकर्ता द्वारा कोई आपत्ति/विरोध किया जाता है तो अससे अनावश्यक विवाद न करें, बल्कि ऐसे मतपत्रांे को संदिग्ध मतपत्र के रूप में रखें। मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक सिंह ने समस्त मतगणना पर्यवेक्षक/मतगणना सहायक/मतगणना कर्मी एवं मतगणना एजेण्ट को निर्देशित करते हुए कहा कि मतगणना स्थल पर कोई भी मोबाइल फोन लेकर नही आयेगा। यदि उसके पास मोबाइल पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होने बताया कि मतगणना परिणाम तैयार होने के उपरान्त सम्बन्धित आरओ द्वारा सभी उम्मीदवारों को प्राप्त वैध एवं अवैध मतों को निकायवार/वार्डवार ईआरओ साॅफ्टवेयर के माध्यम से डेटाबेस में तत्काल फीड किया जायेगा तथा सभी प्रत्याशियों को प्राप्त वैध मत उनके नाम के सम्मुख अंकित किया जाएगा । साथ ही विजयी प्रत्याशी को भी साॅफ्टवेयर के द्वारा घोषित किया जायेगा। जिसके उपरान्त विजयी प्रत्याशी को आॅनलाइन प्रमाण पत्र तैयार करेंगे एवं उसका प्रिन्ट लेंगे तथा हस्ताक्षर युक्त प्रमाण पत्र की स्कैन काॅपी बेवसाइट पर अपलोड की जायेगी तत्पश्चात ही आरओ को कार्यमुक्त किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी आलोक वर्मा, मुख्य कोषाधिकारी विजय शंकर, जिला विकास अधिकारी विजय कुमार, अपर जिला सूचना अधिकारी अंजनी कुमार मिश्रसहित समस्त आरओ/एआरओ एवं मास्टर ट्रेनर उपस्थित रहें।
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