आजमगढ़। उर्दू अनुवादक की नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से रुपये ऐंठने वाला जालसाज शनिवार की शाम सरायमीर कस्बे में एक भुक्तभोगी की वजह से पकड़ लिया गया। पकड़ा गया वर्दीधारी जालसाज पुलिस महकमे का बर्खास्त सिपाही बताया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। सरायमीर क्षेत्र के बखरा गांव निवासी गयासुद्दीन खरेवा मोड़ पर मेडिकल स्टोर का संचालन करते हैं। शनिवार की शाम उनकी दुकान पर पहुंचे वर्दीधारी युवक ने अपना नाम जफर खान बताते हुए कहा कि मैं जिला मुख्यालय पर जज के आवास पर तैनात हूं। वहां उर्दू अनुवादक का पद रिक्त है यदि कोई हो तो बताए नौकरी लगवा दूंगा। नमाज का वक्त होने के नाते दवा व्यवसाई उसे लेकर मस्जिद चले गए। उसी दौरान मस्जिद में नमाज अता करने गए राजापुर सिकरौर ग्राम निवासी असरफ को देख वर्दीधारी युवक वहां से खिसकने लगा। असरफ के शोर मचाने पर भाग रहे वर्दीधारी को लोगों ने पकड़ लिया। उसे पुलिस के हवाले कर दिया। थाने पहुंचे असरफ ने बताया कि इसी वर्दीधारी युवक ने 15 दिन पूर्व नौकरी दिलाने का झांसा देकर 26 हजार रुपये ऐंठ लिया है। उसके बारे में तस्दीक करने पर उन्नाव शहर कोतवाली में कार्यरत मुंशी से जानकारी मिली कि पकड़ा गया जफर खान वास्तव में अब्दुल वहीद है। वह हमीरपुर जनपद के मौदहा थानांतर्गत कुसीयारी गांव का निवासी है। आरोपी के बारे में जानकारी मिली की वह पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर रहा है और लगभग 11 वर्ष पूर्व वह कानपुर जिले से बर्खास्त कर दिया गया था। उसके विरूद्ध असरफ की तहरीर पर सरायमीर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया।
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