आजमगढ़। केन्द्र सरकार के 1000 एवं 500 रुपये की नोटों के विमुद्रीकरण अर्थात नोट बंदी के खिलाफ प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी समेत अन्य विपक्षी दलों द्वारा सोमवार को घोषित भारत बन्द को जनपद की जनता ने नकारते हुए अपने सारे कारोबार नित्य की भांति ही सम्पादित किया। यातायात दवा खाना, सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय चिकित्सालय, शिक्षण संस्थान सुचारू रूप से चलते रहे। शनिवार एवं रविवार की बन्दी के बाद सोमवार को घोषित बन्दी के दौरान लोग भारी संख्या में अपनी कामकाज निबटाने के लिए निकले। बन्द का असर पूरे जनपद में कहीं नहीं देखा गया। बन्द की घोषणा को लेकर सोमवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा जहाँ जनाक्रोश रैली निकाली गयी तो कम्युनिस्ट पार्टी के लोगों ने भी कलेक्ट्रेट में जुलूस निकाला और नोट बन्दी के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया और कलेक्ट्रेट चौक पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला भी फूँका। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष हवलदार यादव की नोट बन्दी के खिलाफ रविवार को की गयी तैयारी भी धरी की धरी रह गयी। बसपा, आम आदमी पार्टी आदि अनेक दलों के लोग भी मुद्रा विनिमय में हो रही थोड़ी बहुत परेशानी के बाद नोट बन्दी के समर्थन में केन्द्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में खड़ी जनता का रूख देखकर भारत बन्द के लिए सड़क पर नहीं उतरें और न ही कहीं उनकी शक्ल तक नहीं दिखायी दी। मुद्रा विनिमय के लिए खड़े लोगों ने नोट बन्दी की सराहना करते हुए कहा कि इससे थोड़ी परेशानी तो है परन्तु देश के सैनिक देश की रक्षा एवं अच्छे भविष्य के लिए 24 घण्टे सीमा पर कष्ट उठाते हुए अपनी प्राणाहुति दे सकते हैं। तो क्या हम नागरिक देश के सुनहरे भविष्य के लिए दो चार घण्टे बैंकों व एटीएम पर लाइन नहीं लगा सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कालेधन, भरस्टाचार और आतंकी घटनाओं को रोकने तथा आतंकियों व उनके समर्थकों व सहयोगियों की आर्थिक श्रोत तोड़ने के लिए नोटबन्दी के प्रहार का हम सभ प्राण-प्रण से समर्थन करते है। लोगों ने बताया की देश की तरक्की में सार्थक योगदान हमारा कर्तव्य है। केन्द्र सरकार की नोट बन्दी के विरोध में भारत बन्द करने वाले राजनैतिक दलोें का विरोध करते हुए नगर के कटरा मुहल्ले में अनेक सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं एवं उत्साही नागरिकों व व्यवसायियों ने विपक्षियों के बन्द के खिलाफ 28 नवम्बर सोमवार को दो घण्टे अधिक कारोबार करने के निश्चय के साथ प्रदर्शन किया वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष विनय प्रकाश गुप्ता ने भी बन्द के खिलाफ जनाक्रोश का आवाहन किया था। रेलवे विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ. तैय्यब आजमी ने रिक्शा स्टैण्ड पर धरना किया और नोट बन्दी की आलोचना करते हुए कहा कि नोट बन्दी का फैसला बगैर तैयारी व आम जनता की जरूरतों व परेशानियों को ध्यान में रखते हुए नहीं किया गया था। परिणाम तह धनाभाव के चलते मुद्रा विनियम में लोगों को व्यापक परेशानी हो रही है। वैवाहिक कार्यक्रम, खेती किसानी खाद पानी बीज आदि सहित मामूली चाय पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों को बैंकों में जमा अपना धन आहरण हेतु लम्बी-लम्बी कतारों में घण्टों लगना पड़ रहा है। इससे आम आदमी की परेशानियाँ बढ़ी है। उन्होंने कहा कि 1000 से 500 सहित अन्य छोटी मुद्राओं के प्रचलन को बढ़ावा देने की माँग की है।
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