आजमगढ़। काँग्रेस जनों ने जिलाध्यक्ष हवलदार सिंह के नेतृत्व में सोमवार को जनाक्रोश रैली का सोमवार को आयोजन किया। जो पार्टी कार्यालय से सिविल लाइन स्टेट बैंक होते हुए गाँधी पार्क पहुँचा और राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को नमन करते हुए मेहता पार्क में धरना सभा के रूप में परिवर्तित हो गयी। सभा को सम्बोधित करते हुए पर्यवेक्षक पूर्व सांसद नरेश यादव ने बतौर मुख्य अतिथि नोट बन्दी को जल्द बाजी का निर्णय बताते हुए कहा कि मोदी सरकार कालाधन वापसी सहित देश की जनता से किये गये वायदों को पूरा करने में पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि बिना तैयारी के नोट बन्दी कर देश अफरा तफरी का माहौल पैदा कर दिया। सरकार का यह कदम गरीबों, मजदूरों और किसानों के साथ अन्याय है। जिलाध्यक्ष हवलदार सिंह ने भी केन्द्र सरकार को नोटबन्दी की आलोचना करते हुए कहा कि किसानों के कृषि कार्य, वैवाहिक कार्य सहित रोजमर्रा की जरूरतों की पूर्ति हेतु धनाभाव में गरीब मजदूर सभी परेशान है साथ ही विदेशी पर्यटकों को नाच गाकर भीख माँगना पड़ रहा है जो भारत की छवि को धूमिल करती है। उन्होंने नोट बन्दी से उत्पन्न समस्याओं के शीघ्र समाधान की सरकार से माँग करते हुए चेतवानी ही दी कि त्वरित समाधान नहीं होता है तो सरकार के खिलाफ काँग्रेस आन्दोलन छेडेÞगी। इस मौके पर ओंकार पाण्डेय, मुन्नू यादव, बलिहारी बाबू, लालसा राय, त्रिभुवन दूबे, सुनील सिंह, बेलाल अहमद, सुरेन्द्र सिंह, मु. आजमी, विमला राय, प्रमोद सिंह, राजेश सिंह पटेल, जयनरायन चौहान, संगीता चौहान, एसपी राय, राजेश्वरी पाण्डेय, हया नोमानी,राजबली राम, कृपा शंकर यादव, नदीम दाउदी, शादाब अहमद, मुकेश राय, जावेद मंदे, निर्मला , रमेश चन्द्र शर्मा, डॉ. सुधाकर, इसरार अहमद, हरिकेश मिश्र, अबू जैद आदि मौजूद रहे। बाद में राष्ट्रपति को सम्बोधित 5 सूत्रीय माँगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया।
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