आजमगढ़: 2017 में यूपी की सत्ता में वापसी के प्रयास में जुटी बसपा ने सपा को मात देने के लिए अखंड प्रताप सिंह को अतरौलिया विधान सभा चुनाव मैदान में उतार दिया है। इनके मैदान में उतरने से अतरौलिया में सपा को कड़ा मुकाबला मिलना तय है । जिले का अतरौलिया विधानसभा क्षेत्र माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव का गढ़ कहा जाता है। यह अलग बात है कि वे यहां से लगातार नहीं जीते कई बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। वतर्मान में यहां से उनके पुत्र संग्राम यादव विधायक है। सवर्ण बाहुल्य इस सीट पर बसपा ने तरवां के पूर्व ब्लाक प्रमुख अखंड प्रताप सिंह को आज मैदान में उतार दिया है। गुरूवार को अतरौलिया विधान सभा क्षेत्र के कोयलसा में स्थित गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज कार्यकर्ता सम्मेलन में इसकी घोषणा बसपा के के पूर्व मंत्री लालजी वर्मा ने की। अखण्ड प्रताप सिंह को अतरौलिया विधानसभा सीट से चुनाव की घोषणा के बाद अब वहां लड़ाई रोचक हो जायेगी। क्योंकि एक तरफ बसपा के उम्मीदवार अखण्ड प्रताप सिंह है तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के विधायक डा0 संग्राम यादव। भाजपा और कांग्रेस से भी टिकट के कई दावेदार जोर आजमा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस विधानसभा सीट पर कौन अपना कब्जा जमाता है। वही पूर्व मंत्री लालजी वर्मा ने कहा कि मायवती ने अतरौलिया विधान सभा क्षेत्र से अखण्ड प्रताप सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है। सदर विधान सभा सीट से प्रत्याशी रहे सुशील सिंह को पार्टी से निकाले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी नेता को जानकारी मिली होगी कि वह ठीक से लोगों का विश्वास अर्जित नही कर पा रहे है, कारण यही रहा होगा इसी कारण उनकों पार्टी से निकाला गया होगा। वही प्रत्याशी अखण्ड प्रताप सिंह का कहना है कि वह बसपा के सच्चे सिपाही है और बहन मायावती का जो भी आदेश होगा उसका वह पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के लोगों ने संकल्प लिया है कि बहन मायावती को इस बार मुख्यमंत्री बनायेंगे। इस कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व एमएलसी एवं जोनल कोआर्डिनेटर गोरखपुर-अजमगढ़ आर.ए. कुशवाहा व पूर्व सांसद घनश्याम खरवार रहे। वही सम्मेलन में पूर्व मंत्री विद्या चौधरी, पूर्व एमएलसी कमला प्रसाद यादव, अबुल कैश, अनिल कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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