उत्पाद शुल्क नहीं बल्कि बड़ी कम्पनियों का वर्चस्व स्थापित करने की साजिश है-अशोक अग्रवाल
सर्राफा व्यवसायियों का कारोबार 31वें दिन भी रहा ठप
आजमगढ़। सर्राफा कारोबार पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाये जाने को लेकर स्वर्ण कारोबारियों बन्द, विरोध प्रदर्शन एवं धरना कार्यक्रम गुरूवार को 31वें दिन भी जारी रहा। जिला सर्राफा मण्डल समिति के जिलाध्यक्ष अशोक अग्रवाल के नेतृत्व में सर्राफा व्यवसायी स्वर्णकार संघ तथा कारीगरों ने अपना कारोबार बन्द कर पुरानी कोतवाली पर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया।
धरने को सम्बोधित करते हुए कारोबारी नेताओं ने कहा कि सर्राफा व्यवसाय पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क आरोपित किये जाने की बात नहीं बल्कि इससे उत्पाद मँहगें तो होंगे साथ ही भारतीय बाजार में बड़ी-बड़ी कम्पनियों का वर्चस्व स्थापित होगा और छोटे व्यवसायी मारे जायेंगे। ग्राहकों को पुराने जेवरों की मरम्मत, बदलने तथा बेचने में अधिक कटौती झेलनी पड़ेगी।
नेताओं ने बताया कि सेवा कर की शुरूआत एक प्रतिशत से होकर आज लगभग 15 प्रतिशत तक पहुँच गयी है उसी प्रकार सर्राफा पर उत्पाद शुल्क एक प्रतिशत से शुरूआत कर सरकार अधिक टैक्स वसूलने के सरकार साजिश कर रही है साथ ही इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा मिलने से व्यवसायियों का शोषण बढ़ेगा। इस क्षेत्र में भ्रष्टाचार में वृद्धि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। नेताओं ने सरकार की इस साजिश को कभी सफल न होने देने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का आवाहन किया।
सर्राफा व्यवसायियों ने इस आन्दोलन में साथ न देने वाले राजनैतिक दलों का सहयोग न करने का निर्णय लिया।
जिलाध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया कि वाराणसी में 5 अप्रैल को सर्राफा व्यवसायियों की महारैली को सफल बनाने के लिए जनपद के तहसील व कस्बा स्तर पर व्यापक तैयारी चल रही है। हजारों स्वर्ण व्यवसायी महारैली में शिरकत करेंगे।
धरना स्थल पर पद्माकर लाल वर्मा, मनोज बर्नवाल चुनमुन, सम्पत राव, बब्बन सेठ, संदीप सेठ, जफर भाई, पप्पू भाई, आजाद सेठ, निखिलेश अग्रवाल, वीरेन्द्र सेठ, दिनेश सेठ, दिलीप रस्तोगी, ज्ञान अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, नीरज सेठ, आदि सर्राफा कारोबारी कारीगर मौजूद रहे।
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