मऊ :
जिलाधिकारी द्वारा एक अधिवक्ता के साथ किए गए दुर्व्यवहार से नाराज अधिवक्ताओं ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में जुलूस निकाल कर नारेबाजी की। तथा जिलाधिकारी वापस जाओ के नारे लगाए। बाद में सिविल कोर्ट सेंट्रल बार एसोसिएशन के पुस्तकालय भवन में कलेक्ट्रेट, तहसील व दीवानी कचहरी के अधिवक्ताओं की संयुक्त बैठक हुई। इसमें जिलाधिकारी के इस कृत्य की निंदा की गई। साथ कलेक्ट्रेट बार के प्रस्ताव के समर्थन में शुक्रवार को पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने का निर्णय लिया। विगत 22 जनवरी को जिलाधिकारी द्वारा पूर्व अध्यक्ष चेत सिंह के साथ कोर्ट में किए गए अमर्यादित आचरण से दुखी अधिवक्ताओं ने बैठक कर सोमवार को 25 जनवरी से डीएम कोर्ट के बहिष्कार का निर्णय लिया। गुरुवार को डीएम न्यायिक कार्य करने के लिए अपने कोर्ट में बैठे। इस दौरान कोर्ट के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रही। इस बात की खबर अधिवक्ताओं को नागवार लगी।
तहसील सदर व डिस्ट्रिक्ट बार के अधिवक्ता जिलाधिकारी की कोर्ट के पास पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। वहां काफी देर तक हंगामा होता रहा। इसके बाद डिस्ट्रिक्ट बार के पुस्तकालय भवन में अधिवक्ताओं ने बैठक कर डीएम के कार्यप्रणाली की निंदा की।
तथा प्रस्ताव पास कर गुरुवार से सभी अदालतों के बहिष्कार का निर्णय लिया। बैठक के बाद अधिवक्ता पुन: डीएम कोर्ट के पास पहुंचकर नारेबाजी किए। वहां से नारेबाजी करते हुए दीवानी कचहरी स्थित सेंट्रल बार के पुस्तकालय भवन में पहुचे। जहां पर बार तीनों बार की संयुक्त बैठक हुई। जिसमें डिस्ट्रिक्ट बार के अध्यक्ष बीवी सिंह व महामंत्री अतुल राय ने पूरे प्रकरण से सभी को अवगत कराया। इसके बार सेंट्रल बार के अध्यक्ष ने डीएम के कार्यप्रणाली की निंदा का प्रस्ताव पास किया।
तथा डिस्ट्रिक्ट बार के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए शुक्रवार को पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहकर कलेक्ट्रेट के घेराव में भाग लेने का निर्णय सुनाया।
जिलाधिकारी द्वारा एक अधिवक्ता के साथ किए गए दुर्व्यवहार से नाराज अधिवक्ताओं ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में जुलूस निकाल कर नारेबाजी की। तथा जिलाधिकारी वापस जाओ के नारे लगाए। बाद में सिविल कोर्ट सेंट्रल बार एसोसिएशन के पुस्तकालय भवन में कलेक्ट्रेट, तहसील व दीवानी कचहरी के अधिवक्ताओं की संयुक्त बैठक हुई। इसमें जिलाधिकारी के इस कृत्य की निंदा की गई। साथ कलेक्ट्रेट बार के प्रस्ताव के समर्थन में शुक्रवार को पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने का निर्णय लिया। विगत 22 जनवरी को जिलाधिकारी द्वारा पूर्व अध्यक्ष चेत सिंह के साथ कोर्ट में किए गए अमर्यादित आचरण से दुखी अधिवक्ताओं ने बैठक कर सोमवार को 25 जनवरी से डीएम कोर्ट के बहिष्कार का निर्णय लिया। गुरुवार को डीएम न्यायिक कार्य करने के लिए अपने कोर्ट में बैठे। इस दौरान कोर्ट के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रही। इस बात की खबर अधिवक्ताओं को नागवार लगी।
तहसील सदर व डिस्ट्रिक्ट बार के अधिवक्ता जिलाधिकारी की कोर्ट के पास पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। वहां काफी देर तक हंगामा होता रहा। इसके बाद डिस्ट्रिक्ट बार के पुस्तकालय भवन में अधिवक्ताओं ने बैठक कर डीएम के कार्यप्रणाली की निंदा की।
तथा प्रस्ताव पास कर गुरुवार से सभी अदालतों के बहिष्कार का निर्णय लिया। बैठक के बाद अधिवक्ता पुन: डीएम कोर्ट के पास पहुंचकर नारेबाजी किए। वहां से नारेबाजी करते हुए दीवानी कचहरी स्थित सेंट्रल बार के पुस्तकालय भवन में पहुचे। जहां पर बार तीनों बार की संयुक्त बैठक हुई। जिसमें डिस्ट्रिक्ट बार के अध्यक्ष बीवी सिंह व महामंत्री अतुल राय ने पूरे प्रकरण से सभी को अवगत कराया। इसके बार सेंट्रल बार के अध्यक्ष ने डीएम के कार्यप्रणाली की निंदा का प्रस्ताव पास किया।
तथा डिस्ट्रिक्ट बार के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए शुक्रवार को पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहकर कलेक्ट्रेट के घेराव में भाग लेने का निर्णय सुनाया।
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